भगवान शिव के 7 सबसे रहस्यमयी और चमत्कारिक मंदिर जिनके रहस्य सेवैज्ञानिक भी हैरान
1. काल भैरव मंदिर , वाराणसी
वाराणसी में एक प्राचीन मदिरो में से एक मंदिर है काल भैरव मंदिर, माना जाता है की मौत भी काल भैरव से डरती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत ये है की यहाँ पे लोग भगवान् काल भैरव को मदिरा और शराब चढ़ाई जाती है। लोग दूर दूर से शराब लेके आते है ताकि इस मंदिर में भेट दे सके। माना जाता है ऐसा करने से उनकी सारी इच्छाए पूरी होती है।
2. स्तंभेश्वर महादेव मंदिर
गुजरात में स्थित ये प्राचीन मंदिर बहुत ही रहस्यमयी है। दरअसल ये मंदिर अरब सागर के तट पे मौजूद है और चारो तरफ पानी से घिरा हुआ है। इस मंदिर की सबसे चौकाने वाली बात यह है की ये पुरे दिन में 2 बार समुन्द्र में डूब जाता है और फिर वापस आ जाता है, भक्त दर्शन के लिए पारी के वापस जाने का इंतज़ार करते है और पानी वापस आने से पहले मंदिर को बंद कर दिया जाता है।
3. बिजली महादेव
ये प्राचीन मंदिर कुल्लू से ३० किलो मीटर दूर पहाड़ के छोटी पे स्थित है, इस मंदिर को बिजली महादेव मंदिर इस लिए कहा जाता है क्युकी इस मंदिर पे हर साल १ बार बिजली गिरती है और वह बिजली सीधा शिवलिंग पे गीरत है जिससे शिवलिंग टूट के बिखर जाता है फिर उन्ही टुकड़ो को उठा कर पंडित जी वापस माखन से जोड़ देते है और यह प्रकिरिया हर साल चलती है
4. तितलागढ़ शिव मंदिर
ओडिशा में तितलागढ़ की पहाड़ियों पे बसा ये मंदिर ने वैज्ञानिको को भी सोचने में मजबूर कर दिया है। इस पहड़ियो पे गरमी के दिनों में तापमान 50 डिग्री तक चला जाता है और आम तोर पे भी यहाँ बहुत गर्मी रहती है परन्तु मंडी के अंदर हमेशा ठंड रहती यहाँ तक की बाहर जितनी गर्मी बढ़ती है अंडर का तापमान उतना ही गिरना शुरू हो जाता है, अगर कोई थोड़ी देर भी अंदर रह जाए तो उसे कमल तक की भी जरुरत पद सकती है और ये अभी तक बहुत बड़ा रहस्य बना पड़ा है।
5. ऐरावतेश्वर मंदिर
ऐरावतेश्वर मंदिर चोला साम्राज्य में बनाया हुआ मंदिर माना जाता है, इसको लोग दूर दूर से देखने के लिए आते है। शिव जी को समर्पित ये मंदिर बहुत ही रहस्य्मय इसके सीढ़ियों को इस तरह बनाया गया है की इस पे अगर कोई चलता है तो उसमे से अलग अलग तरह की धुन निकलती है। अब ये धुन कैसे निकलती है और इसके पीछे क्या कारण है अभी तक कोई नहीं निकाल पाया है।
6. अचलेश्वर महादेव मंदिर
अचलेश्वर महादेव मंदिर राजस्थान में धौलपुर में स्थित है ये कब बना इसका इतिहास अभी तक नहीं मिला है। ये शिवलिंग दिन में ३ बार अपना रंग बदलता है और यही इसकी खासियत है. यह सुबह के समय केसरिया रंग का हो जाता है और शाम के समय सावले रंग का। वैज्ञानिको ने इसका छोर ढूंढने की भी कोशिश की पर वो भी नहीं मिला इसीलिए यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी माना जाता है।
7. असीरगढ़ शिव मंदिर
बुरहानपुर शहर में स्थित असीरगढ़ किले में एक प्राचीन शिव जी का मंदिर है जो बहुत ज्यादा चमत्कारी माना जाता है। माना जाता है की आज भी इस मंदिर में अश्वतथामा आते है और शिव जी की पूजा करते है। अश्वतथामा के बारे में तो सबने सुना होगा की वो महाभारत के काल से ज़िंदा है। मंदिर के किवाड़ बंद होने के बाद मान जाता है की अश्वतथामा आते है और जब मंदिर खोला जाता है तो ताज़े फुल और चन्दन चढ़ाये हुए मिलते है जो की बहुत रहस्यमय है।
तो ये थे हमारे भारत के कुछ रहस्यमय मंदिर जिनके बारे में आज हमने देखा। इन मंदिरो का रहस्य जो भी हो परन्तु भक्तो की आस्था इनपर से कभी कम नहीं होती। हमें आशा है की आपको ये पसंद आया होगा और भी ऐसी रोमांचक जानकरियों के लिए मन्थन बाबा से जुड़े रहे।